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आखों में तुम बसे हो

पल ღღ
पल ღღ
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आखों में तुम बसे हो मेरे ख्वाब की तरह,
ख्वाबों में भी आते हो मेरे ख्वाब की तरह।

वो चाँद देखता मुझे, मैं देखूँ चाँद को,
के चाँद भी लगता है मुझे आपकी तरह।

चल रहा हूँ ज़िंदगी की कड़ी धूप में,
साथ तुम भी दो ना मेरा साये की तरह।

हालत बिगड़ती जा रही है जहां मे इश्क़ की,
मत देखो तुम भी मुझे पराए की तरह।

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